नयी दिल्ली, 27 जनवरी :भाषा: वर्ष 2007 के 250 करोड़ रुपये के दाल घोटाले में जांच गति पकड़ती नजर आ रही है क्योंकि जांचकर्ताओं को कुक आइलैंड :न्यूजीलैंड का एक द्वीप: के एक बैंक खाते तथा मुंबई के कुछ व्यापारियों के बीच संबंधों की जानकारी हाथ लगी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दाल घोटाले का एक प्रमुख आरोपी तथा दाउद इब्राहिम के कथित सहयोगी नरेश कुमार जैन ने कई प्रमुख भारतीय चावल निर्यातकों के नाम का खुलासा किया है।
जैन ने पूछताछ में कुछ बैंकिंग के जरिए लेन देन की जानकारी भी दी है।
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी जैन से लगातार पूछताछ कर रहे हैं। जैन को मादक द्रव्य निरोधक कानून के तहत गिरफ्तार किया गया तथा उस पर विदेशी मुद्रा प्रंबधन कानून :फेमा: के तहत भी मामला दर्ज है।
सूत्रों ने कहा कि कुक आइलैंड के एक बैंक ने तीन भारतीय कंपनियों को रिण पत्र :एलसी: जारी किए जिन्होंने प्रतिबंध की अवधि के दौरान दुबई को दालों का निर्यात किया। यह बैंक खाता मुंबई के कुछ कारोबारियों का संयुक्त खाता है जिनसे अन्य के लिए मनी लांड्रिंग के बारे में पूछताछ की जा रही है।
जैन के एक भाई व तथा इन तीन कंपनियों में से एक जेटकिंग इंटरनेशनल के अगुवा को सीबीआई ने घोटाले के संबंध में 2007 में गिरफ्तार किया था।